हे ईश्वर करना अनुकंपा
उन सब जीवन को बल देना
क्षण-क्षण पल-पल जूझ रहे हैं
उनके क्रंदन को सुन लेना.
कभी निराशा कभी हताशा
उनकी दृष्टि से हर लेना
संतप्त हृदय को तुष्टि देना
स्वजन स्नेह से भर देना.
अपूर्ण लालसा कसक मिटाना
अधीर कुटीर सुखद कर देना
हास्य विकल मुख पर सजाना
आनंद अति अवलंबन देना.
दुआ यही हरपल सबका है
व्याकुलता मन से हर लेना
हे कोमल करूणाकर स्वामी
पुलकित हर्षित घर कर देना.
भारती दास ✍️
सुन्दर
ReplyDeleteधन्यवाद सर
Deleteबहुत सुन्दर
ReplyDeleteधन्यवाद सर
Deleteवाह!!! बहुत सुंदर।
ReplyDeleteधन्यवाद सर
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