सौन्दर्य अभिलाषी
कौन नहीं है
चाह सुन्दर की
किसे नहीं है
सुन्दरता की भाषा
क्या है
दृष्टि की
अभिलाषा क्या है
काया की वो
सुन्दरता है
या अंगों की
मादकता है
भावनाओं की
दुर्बलता है
या चंद्र-अंशु की
शीतलता है
सौन्दर्य कला है
या व्यवहार
या उपेक्षित
गुणों की धार
दिव्य विचारों
में निहित है
या कवियों के
शब्द सीमित है
मनोविकार का
भ्रमित मार्ग है
या नजरों की
दूषित राग है
सौन्दर्य दर्शन
का है अभिरूप
या मन इंद्रियों
के वशीभूत
सौन्दर्य प्रकृति
का है उपहार
या तन-मन में
मीठी सी फुहार
शिव का पावन बोध
सौन्दर्य
या रचयिता की भोग
सौन्दर्य
अपनों का सहयोग
सौन्दर्य
या प्रकृति का
सौभाग्य सौन्दर्य
कण-कण में सौन्दर्य भरा है
रत्न विभूषित
अपनी धरा है .