Sunday, 24 January 2021

हम भारत पुत्र महान हैं

 

हम भारत पुत्र महान हैं
युगों-युगों से जहां पर बहती
पावन गंगा धाम है,
हम भारत पुत्र महान हैं....
अन्नपूर्णा है धरती सारी
रुप विधाता किसान हैं,
हम भारत पुत्र महान हैं....
साहस शौर्य दिखाते सैनिक
रक्त बहाते जवान हैं,
हम भारत पुत्र महान हैं...
जिन गाथा में पूर्वज बसते
सत्य स्वरूप भगवान हैं,
हम भारत पुत्र महान हैं....
हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई
धर्म सभी के समान हैं,
हम भारत पुत्र महान हैं....
भारती दास



 

 

Friday, 15 January 2021

चांद के घर में बैठे सुख से

 



जीवन के निरंतरता में
याद नदी सी बहती रहेगी
दूर हुये क्यों सबसे बिछड़कर
मां की ममता बिलखती रहेगी.
चोट मिली है सारी उमर की
कातर करूणा सिसकती रहेगी
कौन समझता दर्द किसी का 
वहशी ये दुनिया हंसती रहेगी.
चांद के घर में बैठे सुख से
विकल सी आंखें झड़ती रहेगी
प्रारब्ध बड़ा है जीवन छोटा
मौन व्यथा ये कहती रहेगी.
सूने-सूने से वृन्तों पर
पुष्प कली फिर खिलती रहेगी
अर्पित है भावों के गूंचे
स्नेह की लौ जलती ही रहेगी.
भारती दास ✍️
भाईजी की छठी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि 

 

Monday, 4 January 2021

हे नवल वर्ष सुस्वागत है

 

हे नवल वर्ष सुस्वागत है
कैसे कहूं अनुरागी इस मन में
कुछ अनकही सी चाहत है
हे नवल वर्ष सुस्वागत है....
स्वप्न कई ये नयन बुने थे
अनसुलझी धागों को चुने थे
उन ख़्वाबों में मृदु रंग भरने
स्नेहिल संग की चाहत है
हे नवल वर्ष सुस्वागत है....
महसूस अगर हो पर की पीड़ा
बरसेंगे दृग कोर की घेरा
सुखद सुनहरा दिन हो प्यारा
सुख रजनी की चाहत है
हे नवल वर्ष सुस्वागत है....
श्रम योगी बनकर मुस्काये
कर्म की पूजा दिल में समाये
संकल्प अधूरे हो सब पूरे
सहयोग सकल की चाहत है
हे नवल वर्ष सुस्वागत है....

भारती दास ✍️