आई जगदम्बे मां द्वार
लाई आंचल में भर प्यार
आई जगदम्बे मां द्वार....
जय शक्ति स्वरूपिणी माता
जय जग पालिनी शुभ दाता
छाई खुशियां हर्ष अपार
आई जगदम्बे मां द्वार....
दुर्बल मन ये घबराया
दुर्गम क्षण फिर बन आया
सुखदाई कर उपकार
आई जगदम्बे मां द्वार....
भयभीत हुआ मही सारा
निर्वाह कठिन है हमारा
शुभदाई हर अंधकार
आई जगदम्बे मां द्वार....
नित दिन करते हैं अर्चन
निज भाव सुमन का अर्पण
महामाई सुन मनुहार
आई जगदम्बे मां द्वार....
भारती दास ✍️
माँ की खूबसूरत आराधना .... जगदम्बे माता की जय ...
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद संगीता जी
ReplyDeleteवाह👌👌 भारती जी, माँ जगत जननी से मन का भावपूर्ण संवाद!!!
ReplyDeleteहार्दिक शुभकामनाएं 🙏🙏🌹💐
बहुत बहुत धन्यवाद रेणु जी
Deleteबहुत सुन्दर।
ReplyDeleteचैत्र नवरात्रों की हार्दिक शुभकामनाएँ।
बहुत बहुत धन्यवाद सर
ReplyDeleteआपको भी चैत्र नवरात्र की हार्दिक शुभकामनाएं
बहुत सुंदर रचना
ReplyDeleteजय माँ भवानी, माता की प्यारी सी रचना, सुंदर प्रार्थना, सादर नमन
ReplyDeleteमाँ के चरणों में शीश नवाता हूँ ... बहुत सुन्दर रचना है ...
ReplyDeleteभक्ति भाव से परिपूर्ण समर्पण गीत।
ReplyDeleteधन्यवाद सर
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