Friday, 4 September 2020

वे शिक्षक पूर्ण सर्वज्ञ थे

 

महान विल़क्षण राधा-कृष्णन
अप्रतिम योग्यता प्रतिभा संपन्न
थे अध्यापक था उदार अध्यापन
दिव्य थी उनकी विद्या अध्ययन.
न राग न रोष न द्वेष न कुंठन
वे अजातशत्रु थे नहीं था दुश्मन
समस्याओं का करते उन्मूलन
अमूल्य थी उनकी निष्ठा दर्पण.
साहित्य सदा हो सार्थक शिक्षण
संदेश था उनका ज्ञान हो अर्जन
अद्भुत थी उनकी सेवा समर्पण
थे प्रखर मनीषी मुखर अनुगूंजन.
वे शिक्षक पूर्ण सर्वज्ञ थे
वे शुभ चिंतक मर्मज्ञ थे
वे संस्कृति धर्म विशेषज्ञ थे
वे श्रेष्ठ पुरुष बहु विज्ञ थे.
भारती दास

 

 

8 comments:

  1. वे शिक्षक पूर्ण सर्वज्ञ थे
    वे शुभ चिंतक मर्मज्ञ थे
    वे संस्कृति धर्म विशेषज्ञ थे
    वे श्रेष्ठ पुरुष बहु विज्ञ थे.
    भूतपूर्व राष्ट्रपति माननीय डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी को समर्पित बहुत ही लाजवाब रचना।

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद

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  2. बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
    शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ आपको।

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद

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  3. शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं।

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  4. बहुत बहुत धन्यवाद

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  5. योगी राज से ऊपर कौन ...
    और कौन उनकी माया से ऊपर ... गुरु तो श्रेष्ठ वहि है ...

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  6. वे शिक्षक पूर्ण सर्वज्ञ थे
    वे शुभ चिंतक मर्मज्ञ थे
    वे संस्कृति धर्म विशेषज्ञ थे
    वे श्रेष्ठ पुरुष बहु विज्ञ थे.
    डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी को समर्पित बहुत ही सुन्दर रचना ।

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