Wednesday, 1 July 2020

उन डांक्टर को भगवान ही कहते



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कर्त्तव्य सदा दिन-रात ही करते
अपनी कुछ परवाह न करते
कर्म फल की चाह न करते
बेशक यम से लड़ते रहते.
यत्न कई श्रम-विधान वे करते
रोगों की निदान वे करते
दर्द में भी आराम न करते
उन डांक्टर को भगवान ही कहते.
जो हर जीवन की रक्षक बनते
अम्बे प्राणों की रक्षा कर दे
जो ख्वाब अनेक उमंगे भरते
उनके सपनों को पूरा कर दे.
भारती दास



13 comments:

  1. अनथक परिश्रम करते डाक्टर आज के समय में भगवान् ही हैं ...
    सुन्दर भावपूर्ण राचना है ...

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद दिगंबर जी

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  2. बहुत बहुत धन्यवाद मीना जी

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  3. बहुत बहुत धन्यवाद सर

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  4. देवदूत बन करआते हैं रोगी के लिए डाक्टर.

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद प्रतिभा जी

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  5. डॉक्टर देवदूत होते हे

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  6. बहुत बहुत धन्यवाद सर

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  7. नमन सभी स्वस्थकर्मियों को ,आज के समय में डॉक्टर्स भगवान के रूप में ही खड़े हैं,सुंदर सृजन

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  8. बहुत बहुत धन्यवाद कामिनी जी

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  9. वाह !समर्पण भाव सजोए बेहतरीन सृजन .

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  10. बहुत बहुत धन्यवाद अनीता जी

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