शुक्ल पक्ष की
तिथि षष्ठी
कार्तिक का
पवित्र महिना
साधना करते साधक
गण
सविता की करके
उपासना.
रोग-मुक्त हो
पुत्र प्राप्त हो
दीर्घायु की अटल
कामना
छठ की पूजा मन से
करते
रखते अनंत भक्ति
की भावना.
सूरज से वर्षा
होती है
वर्षा से अन्न की
उत्पन्न
अनगिनत प्राणियों
का फिर
पृथ्वी पर होता
पोषण.
बांस के सूप
मिट्टी के बर्तन
चावल गुड़ से बना
प्रसाद
सुमधुर गीतों की
ध्वनि से
छठ पूजा की मीठी
सुवास.
रीति रिवाज के उन
रंगों में
उपासना का है
अपना ढंग
न विशेष धन की
जरुरत
न पुरोहित
शास्त्र का संग.
अर्ध्य दान और
भावदान की
है इसकी कुछ खास
महत्व
अपने अपने
सामर्थ्यों से
पूजा करते
श्रद्धा-वत.
कामनापूर्ति छठ
की पूजा
जो करते हैं सदा
निरंतर
मनवांछित फल सहज
ही पाते
सूर्य षष्ठी के
शुभ अवसर पर.
No comments:
Post a Comment