पवनपुत्र जय बल के धाम
स्वीकार करो हनुमान प्रणाम
, हे.....
ज्ञानियों में अग्र तुम्ही
हो
सरल कृपालु नम्र तुम्ही हो
भक्त तुम्ही से है बलवान
स्वीकार करो हनुमान प्रणाम
, हे......
जनक-सुता से आशीष लेकर
सौभाग्य बनाये सिंदूर मलकर
विशाल-लाल तन वज्र समान
स्वीकार करो हनुमान प्रणाम
, हे......
राम-काज करने को तत्पर
सेवक-प्रिय तुम रहते हरपल
रामदूत तुम्हें कहाँ
विश्राम
स्वीकार करो हनुमान प्रणाम ,
हे......
कलुष-क्लेश-संशय-विकार
मन के कष्ट मिटाओ अपार
तुमपर गर्व करते श्रीराम
स्वीकार करो हनुमान प्रणाम
, हे .......
भारती दास ✍️
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