शत-शत नमन अर्पित सुमन
शंकर-प्रिया मनमोहिनी
सुन्दर-वसन शोभित-बदन
पंकज-नयन सम्मोहिनी.
सुख-भाग्य दे सौभाग्य दे
अनुराग दे वरदायिनी
हिम-नंदिनी हर-संगिनी
वन्दे सकल शुभ दायिनी.
हे महेश-भामिनी सुखद-यामिनी
कैलाश-श्रृंग निवासिनी
भव-मोचिनी शिव-योगिनी
हे दक्ष-यज्ञ विनाशिनी.
पिनाकधारिणी हे भवानी
अनंत-रूप नारायणी
सर्व-विद्या शस्त्र-हस्ता
बलप्रदा ब्रह्म-रूपिणी.
शैल-वनिता हरित-आलिका
हे गणेश-माता महातपा
मुनि वन्दिता जग-पालिका
नमामि पुरारी संग सदा.
सुहाग अटल हरपल रहे
दीजिये शुभ-आशीष
क्लेश-कष्ट हर लीजिये
नत मस्तक है शीश.
✍️भारती दास
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