Saturday 21 October 2023

दुर्गा प्रार्थना

 जय जग तारिणी विघ्न विनाशिनी

जय आर्या जय भवानी हे

जयति गिरजा वृषभ वाहिनी

जयति जय कल्याणी हे....

आयुध धारिणी भव भय हारिणी

जयति जय रूद्राणी हे

पुरारी भामिनी महा तपस्विनी

जयति जय शर्वाणी हे....

सती स्वरूपा जय जग मोहिनी 

जयति शुभ वर दायिनी हे

शैल नंदनी जगत वंदनी

जयति दुर्गे नमामि हे....

भारती दास ✍️



Sunday 8 October 2023

परीक्षा(बाल-कविता)

 न हों चैन न कभी आराम

नही लेते पढने से विराम

हर-पल रहता एक ही ध्यान 

है परीक्षा उसी का नाम.

पढने के पीछे सब पड़ते 

पढो –पढो कहते ही रहते

पढने की होती नही इच्छा

देनी पड़ती है परीक्षा.

सबको आगे ही है बढना

पर सबसे इतना हो कहना

क्या होती है ऐसी शिक्षा

देनी पड़ती है परीक्षा.

आश लगी रहती है माँ की

पढने का भी बोझ है काफी

शिक्षक भी करते हैं समीक्षा

देनी पड़ती है परीक्षा.

भारती दास ✍️