Friday, 22 March 2024

मैं हूं वही अधूरा सा बिहार

  मैं हूं वही अधूरा सा बिहार 

जन्म लिये हैं इस धरती पर

चंद्रगुप्त अशोक और बिम्बिसार

मैं हूं वही अधूरा सा बिहार....

धर्म क्षेत्र में ज्ञान क्षेत्र में

गीत संगीत कला क्षेत्र में

जिसकी महत्ता है उदार

मैं हूं वही अधूरा सा बिहार....

गुरु गोविंद सिंह की कहानी

सुनकर भरता आंखों में पानी

बेदर्द मुगल का अत्याचार

मैं हूं वही अधूरा सा बिहार....

गौतमबुद्ध का अद्भुत गाथा

गया का बोधिवृक्ष सुनाता

ज्ञान-तप और सम्यक विचार

मैं हूं वही अधूरा सा बिहार....

राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने भी

कर्तव्य निभाया और मान भी

नमन देश करता आभार

मैं हूं वही अधूरा सा बिहार....

रामधारी की हर इक कविता

समाज की परिवेश दिखाता

तन-मन में भरता उदगार

मैं हूं वही अधूरा सा बिहार....

नेताओं को है अपनी चिंता

सेवाओं से वंचित है जनता

 विवशतायें करती है लाचार

मैं हूं वही अधूरा सा बिहार....

भारती दास ✍️

4 comments:

  1. बिहार के गौरवशाली इतिहास को रेखांकित करती सुंदर रचना

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  2. धन्यवाद अनीता जी

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