मैं हूं वही अधूरा सा बिहार
जन्म लिये हैं इस धरती पर
चंद्रगुप्त अशोक और बिम्बिसार
मैं हूं वही अधूरा सा बिहार....
धर्म क्षेत्र में ज्ञान क्षेत्र में
गीत संगीत कला क्षेत्र में
जिसकी महत्ता है उदार
मैं हूं वही अधूरा सा बिहार....
गुरु गोविंद सिंह की कहानी
सुनकर भरता आंखों में पानी
बेदर्द मुगल का अत्याचार
मैं हूं वही अधूरा सा बिहार....
गौतमबुद्ध का अद्भुत गाथा
गया का बोधिवृक्ष सुनाता
ज्ञान-तप और सम्यक विचार
मैं हूं वही अधूरा सा बिहार....
राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने भी
कर्तव्य निभाया और मान भी
नमन देश करता आभार
मैं हूं वही अधूरा सा बिहार....
रामधारी की हर इक कविता
समाज की परिवेश दिखाता
तन-मन में भरता उदगार
मैं हूं वही अधूरा सा बिहार....
नेताओं को है अपनी चिंता
सेवाओं से वंचित है जनता
विवशतायें करती है लाचार
मैं हूं वही अधूरा सा बिहार....
भारती दास ✍️
सुन्दर
ReplyDeleteधन्यवाद सर
Deleteबिहार के गौरवशाली इतिहास को रेखांकित करती सुंदर रचना
ReplyDeleteधन्यवाद अनीता जी
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