Tuesday 30 August 2022

तुम ही मंगल मोद हो

 दृग बिछाये सारा जग ये

राह तेरी निहारते

थाल पूजा की सजाये

अपना तन-मन वारते.

कर मनोहर पुष्प माला

भक्त तुझको अराधते

दूर कर बाधा विधाता

मंत्र जप तप साधते.

तुम अगोचर हे महोदर

तुम ही मंगल मोद हो

ज्ञान पुण्य विवेक गौरव

तुम ही वैदिक बोध हो.

युगल पद में हे गजानन

सर झुका वर मांगते

हर विपत्ति दे सुबुद्धि

नाद स्वर से पुकारते.

भारती दास✍️


14 comments:

  1. बहुत सुंदर स्तुति। गणपति महोत्सव की बधाई!!

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद
      आपको भी ढेरों शुभकामनाएं

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  2. आज मिथिला का चौरचन उत्सव भी है। बधाई😄🙏🙏

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    1. हां सर चौठचन्द्र की भी शुभकामनाएं

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  3. जय गणपति महाराज !!

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  4. धन्यवाद अनीता जी
    गणेश चतुर्थी की ढेरों शुभकामनाएं

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  5. गणेश चतुर्थी के पावन पर्व की आप सबको बहुत बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामनाएँ। भगवान श्री गणेश जी की कृपा से हम सबके जीवन में सुख समृद्धि बनी रहे।
    गणपति बप्पा मोरया🙏

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  6. भगवान गणेश चतुर्थी पर सुंदर रचना । गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई 💐💐

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    1. धन्यवाद जिज्ञासा जी

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  7. गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभकामनाएँ। गणेश जी के लिए सुंदर स्तुतिगान के लिए आपको बधाई।

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  8. हार्दिक शुभकामनाएँ।

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  9. धन्यवाद अमृता जी

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