Saturday 12 December 2020

कवि मन यूं विचलित न होना

 

कवि मन यूं विचलित न होना
चित्त विकल हो,नेत्र सजल हो
दर्द अनंत हो ढोना,  
कवि मन यूं विचलित न होना....
शब्द वाण से आहत होकर
व्याकुलता घबराहट भरकर
किन्चित चैन न खोना,
कवि मन यूं विचलित न होना....
सूर्य   चंद्र अवलोक रहा है 
किसको कहो ना क्षोभ रहा है
पीड़ित दुखित   न रोना,
कवि मन यूं विचलित न होना....
व्यर्थ ना हठ कर, संकट मत कर
जीवन के कंटक-मय पथ-पर
व्यथित न कर उर-कोना,
कवि मन तू यूं विचलित न होना....
भारती दास


 

32 comments:

  1. कवि मन यूं विचलित न होना,
    चित्त विकल हो,नेत्र सजल हो,
    दर्द अनंत हो, ढोना,
    कवि मन यूं विचलित न होना..
    शानदार लेखन....बहुत-बहुत प्रभावशाली ....

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद सर

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  2. बहुत बहुत धन्यवाद सर

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  3. आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" सोमवार 14 दिसम्बर 2020 को साझा की गयी है.............. पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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  4. बहुत बहुत धन्यवाद दिव्या जी

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  5. कवि कभी विचलित हुआ न होगा।
    बहुत सुंदर रचना।
    नई रचना समानता

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद

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  6. Replies
    1. बहुत बहुत धन्यवाद

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  7. बहुत सुंदर सृजन।
    कवि को सच विचलित न होकर धैर्य से किसी भी विषय का अवलोकन करके ही लेखनी उठानी चाहिए ।
    पर कवि धैर्य रख नहीं पाता जिस समय भाव उमड़ते हैं उसी समय लिख दे तो ठीक वर्ना सब गुड़मुड़ हो जाता है।
    बहुत बहुत सुंदर सृजन है आपका मन मोह गया।
    सस्नेह।

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  8. बहुत बहुत धन्यवाद

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  10. बहुत बहुत धन्यवाद मीना जी

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  11. बहुत ही सुंदर और कवियों के लिए प्रेरक गीत..सुंदर सृजन..।

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    1. आपको बहुत बहुत धन्यवाद

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  12. बहुत बढ़िया

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    1. आपको बहुत बहुत धन्यवाद

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  13. बहुत सुंदर रचना

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    1. आपको बहुत बहुत धन्यवाद

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  14. कवि मन बहुत ही संवेदनशील होता हैं अक्सर शब्दबाणों से घायल हो जाता है पर उसकी कविता का प्रवाह उसके साथ-साथ कितने ही हृदयों को दर्द बहा ले जाता है और कवि फिर से निर्भय निर्मल अपने काव्यसंसार में अपने सृजन को जोड़ता चला जाता है...।
    लाजवाब सृजन।

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    1. आपको बहुत बहुत धन्यवाद

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  15. वाह!बहुत ही सुंदर सृजन।

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद अनीता जी

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  16. मुग्ध करती सुन्दर रचना।

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    1. बहुत बहुत धन्यवाद सर

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  17. दर्द, व्याकुलता और जीवन की कठिनाइयां आती रहती हैं ... कवि मन को विचलित हुए बिना सब कुछ कहना है ... संबाद रखना है ... सुन्दर रचना ...

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  18. बहुत बहुत धन्यवाद सर

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  19. बहुत अच्छा सृजन है आपका...
    हार्दिक धन्यवाद 🙏🍁🙏

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  20. बहुत बहुत धन्यवाद वर्षा जी

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  21. बहुत बहुत सुन्दर

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  22. धन्यवाद सर

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