आया पावन मंगलकारी
श्री रामचंद्र का जन्म दिवस
हे प्रेरणाओं के प्रकाश पूंज
हर लो धरती से अज्ञान तमस.
असुर अंत करने के हेतु
नारायण ने अवतार लिया
संस्कृति के आदर्शों को
कण कण में साकार किया.
एक पत्नी का व्रत लेकर
हर नारी को सम्मान दिया
बहुपतियों के कुरीतियों से
समाज का कल्याण किया.
हे पुरुषोत्तम पौरुष महान
समत्व भाव का नेह जगाओ
हे आदर्श रूप भक्तों के प्राण
अंतस से कल्मष मिटाओ.
भारती दास ✍️