हे रघुनाथ रघुवंश
के नायक
सकल मनोरथ जन
सुखदायक
सकल .....
हे .....
दशरथ-नंदन हे
दुख-भंजन
कौशल्या-सुत युग
के वंदन
भगत-वचन मुनि-जन
के लायक
सकल .....
हे .....
घट-घट वासी हे
अविनाशी
सीता के पति
सद्गुण राशी
राम अनंत तुम शुभ
फल दायक
सकल ....
हे ......
तेरे चरण-रज जिसने पाये
पाहन से मानव बन
जाये
रामचंद्र तुम
सबके सहायक
सकल ....
हे ......
राम-राम
महा-मंत्र हमारा
निशिचर हीन करो
मही सारा
कर पकड़े सुन्दर धनु सायक
सकल .....
हे .....
''HAPPY RAMNAVMI''
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