Friday 10 July 2015

वाणी ही जीवन सार है



वाणी इक विचार है, वाणी है व्यवहार
वाणी धैर्य अपार है ,वाणी से संसार .
वाणी ही तो पुकार है ,वाणी ही है गुहार
वाणी से ही प्रीत है ,वाणी से मनुहार .
वाणी से इकरार है ,वाणी से तकरार
वाणी से ही मीत है, वाणी से ही प्यार .
वाणी इक आधार है ,वाणी इक अधिकार
वाणी ही से रीत है, वाणी से परिवार .
वाणी ठंडी बयार है ,वाणी सुखी बहार
वाणी उर में करती है, प्राणों का संचार .
वाणी ही संवेदना ,वाणी ही सद्भावना
वाणी ही करुणा भरी, वाणी ही है प्रार्थना .
वाणी से परिहास है, वाणी से उपहास
वाणी ही एहसास है ,वाणी से ही आस .
वाणी रूप उद्गार है , वाणी ही उपहार
वाणी से ही जीत है, वाणी ही जीवन सार.     

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