Sunday 17 November 2013

वोटरों पर निर्भर है, प्रजातंत्र की डोर



 वोटरों पर निर्भर है
 प्रजातंत्र की डोर
राष्ट्र पर शासन करने की
हिम्मत हो पुरजोर
प्रजातंत्र का भविष्य है निर्भर
वोट उसे दें जो हो बेहतर  
अपने प्रतिनिधि को चुनकर
जाति भेद से ऊपर उठकर
प्रजा के हित का करे उपकार
चरित्रवान जो हो उदार
जिसमे न हो कोई विकार
उनको सौंपे ये अधिकार
देशभक्ति हो जिसमें पूरी
सेवावृति हो जिसकी धूरी
हर दृष्टि से जो खरे हो
ऊँच-नीच से जो परे हो
  लोकहित की बात करे जो
  प्रखर बुद्धि से सजग रहे जो
प्रगति की बाधा से दूर
देश पे जान लुटाये जरुर
  हो शिक्षित दूरदर्शी व्यक्ति
    सदाचारमय जिसकी वृति  
इमानदार हो निष्ठावान
सुयोग्य हो और नीतिवान
भ्रष्टाचार गरीबी तोड़े
जन से जन की नाता जोड़े
ऐसे व्यक्ति को जिताए
     जिसपे गर्व हमें हो आए    

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